विकास व धर्म सांस्कृतिक वैभव के अनूठे संगम के साथ कार्यक्रम

विकास व धर्म सांस्कृतिक वैभव के अनूठे संगम के साथ कार्यक्रम.

विकास व धर्म सांस्कृतिक वैभव के अनूठे संगम के साथ कार्यक्रम
विकास व धर्म सांस्कृतिक वैभव के अनूठे संगम के साथ कार्यक्रम
वंदे मातरम
ग्राम संसद नांदिया
विकास व धर्म सांस्कृतिक वैभव के अनूठे संगम के साथ कार्यक्रम...
रेवाड़ी ग्यारस शोभायात्रा,नांदिया
कहते है करने वाला कृष्ण है हम तो सिर्फ निमित है उसकी मर्जी के बिना पत्ता भी नही हील सकता व इनकी मर्जी हो जाए तो कुछ भी असंभव नहीं रहता देवी देवताओं के मंदिर निर्माण हो या और देव उत्सव उसमे नवीनता व भव्यता इनकी मर्जी इनके हुकम से ही आती हैं इनका हुकम नही हो तो लाख कोशिश कर लो सब धरा रह जाता हैं,यही नजारा कल हमारे ठाकुर जी दरबार में देखने को मिला,
हमारे ठाकुर जी रेवाड़ी शोभायात्रा का निकलना जिसमे दो सुखद कार्य रहे जहां शोभायात्रा में ठाकुर जी स्नान हाल ही बने श्री कृष्ण मुरारी सरोवर जहां जन्माष्टमी को श्री कृष्ण विसर्जन हुआ था वहां हुआ जहां पूर्व में ठाकुर जी को स्नान हमारे सतारी नाडी में करवाते थे जहां बनी कच्ची कुईयो से पूरा गांव पीने का पानी लाता था वहां पानी सूखने पर आज तक पास में स्थित केसर कृषि फार्म पर स्नान होना प्रारंभ हुआ जहां भगवान श्री कृष्ण का सरोवर बनने पर इस बार से यहां स्नान पूजन शुभारंभ हुआ जो अद्भुत रहा।साथ ही आज के दिन हमने सोचा भी नही था की ठाकुर जी मंदिर जो वर्षो से आधा अधूरा निर्माण की प्रतीक्षा में खड़ा है जिसे सभी लोग कहते है अधूरा मंदिर गांव पर भार रहता है वो भी ठाकुर जी का इसे कैसे भी करके पूर्ण करवाए हम लोग सोच रहे थे एक दिन मीटिंग बुलाएंगे फिर उसमे जो निर्णय होगा कुछ शंका जरूर थी मगर ठाकुर जी ने हमारी शंकाओं को एक झटके में आज दूर कर लिया इनका ऐसा हुकम हुआ की लोगो ने सामने होकर ही कह दिया की पहले ये मंदिर बनाओ फिर दूसरा काम मुझे कहा पंचायत विकास कार्य बाद में करवाना पहले ये मंदिर करवाओ मैने भी कहा ठाकुर जी की इच्छा है तो पहले ये होगा कहना आसान है करना मुश्किल है अगर सभी चाहते हो की मंदिर बने तो अभी इसी वक्त अपनी यथाशक्ति बोली लिखवाओ,मेरा कहना हुआ की देखिए ये ठाकुर जी का चमत्कार था कि किसी ने यह नहीं कहा की गांव की मीटिंग बुलाओ उसमे तय करेंगे या इसका पुराना हिसाब लाओ फिर उसमे क्या देना है तय करेंगे जो टालने की बातें होती रही है वो एक भी नही नही हुई और पहली बार वही खड़े लोगो ने बोलिया बोलनी प्रारंभ हुई जो पहले कभी नही हुआ ये ठाकुर जी का चमत्कार था वो चाहते है बिना विवाद के मंदिर बने और हम सभी मिलकर इसे पूर्ण करेंगे
जहां बोली का शुभारंभ वहां खड़े भक्तों की इस प्रकार रही
5100 चारण गिरवर दान चमन दान जी
500 चारण हीर दान पृथ्वी दान जी(रोकड जमा)
11000 चारण प्रवीन दान गजेदान जी
11000 चारण पन्नेदान हुकमदान जी
5100 चौधरी हीरा हेमाजी सोलंकी
5100 चौधरी अचला खेता जी सोलंकी
11000 चौधरी ईरा हबता जी मोरसीम वाला हाल नांदिया
5100 चौधरी खंगाराजी जेताजी सोलंकी
5100 चौधरी भेराजी पुराजी सोलंकी
5100 चौधरी ईराजी आदाजी सोलंकी
5100 चौधरी जामताजी हबता जी पोन
2100 चौधरी मायंगाजी सोनाजी पोन
1100 देवासी सोनाजी लखमा जी
1100 प्रजापत गोरखाजी चतराजी
1100 नाई ढफाजी रगाजी
जहां ठाकुर जी की कृपा से हमने भी पूज्य पिताजी के नाम से ट्रस्ट *श्री मुरार दान नांदिया स्मृति सेवा संस्थान,नांदिया* के नाम से 1,51000 एक लाख इक्यावन हजार रूपए ठाकुर जी के चरणों में भेंट घोषणा की।
विशेष :- जहां वहां उपस्थित भामाशाहों से राय करके मंदिर निर्माण हिसाब पुस्तिका छगन दास जी विसाराम जी संत को सौंपी वही मंदिर निर्माण हेतु स्वेच्छिक राशि घोषणा छगनदास जी या मेरे पास लिखवा सकते है सीधे मुझे कॉल करके या मेसेज से भी लिखवा सकते है वही अभी पेमेंट कलेक्शन नही कर रहे है सिर्फ हिरदान जी ने वही दे दिए जो मोली में बांधकर मैने अपने पास रखे हैं आगे हम छत्तीस कौम के सेवा भावी मुखिया व्यक्तियों की धर्म सेवा कार्य हेतु समिति का निष्पक्ष गठन करेंगे इसका रजिस्ट्रेशन करवाकर खाता खुलवाएंगे राशि उसमे सीधी जमा करवाएंगे जिससे ठाकुर जी मंदिर के शुभारंभ सहित कई धर्म सेवा कार्य किए जाएंगे।
आप सभी देवभूमि नांदिया निवासियों से आग्रह है इस पारदर्शी व्यवस्था के सहभागी बनकर गांव में धर्म संस्कृति सेवा कार्यों में बढ़चढ़ कर सहयोग करें।आपसे सदैव ग्राम हित में सहयोग का आकांक्षी